Vaidyut aavesh Kise Kahate Hain? विद्युत आवेश क्या होता है? विद्युत आवेश किसे कहते हैं? विद्युत आवेश की परिभाषा। Vidyut aavesh ke paribhasha Hindi mein
Vaidyut Aavesh
विद्युत आवेश
विद्युत आवेश- वस्तु का वह गुण जिसके कारण वह छोटे-छोटे कणों को अपनी ओर आकर्षित करता है उसे वैद्युत आवेश कहते हैं।
अथवा
जब दो वस्तुओं को आपस में रगड़ा जाता है तो उनके बीच इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण होता है जो वस्तु इलेक्ट्रॉन त्यागती है वह वस्तु धन आवेशित तथा जो वस्तु इलेक्ट्रॉन ग्रहण करती है वह वस्तु ऋण आवेशित हो जाती है इस प्रकार वस्तुऐं आवेशित हो जाती हैं।
"द्रव्य का वह गुण जिसके कारण वह वैद्युत तथा चुंबकीय प्रभाव उत्पन्न करता है तो उस गुण को आवेश कहते हैं इसे q से व्यक्त करते हैं।"
सूत्र—
q=±ne जहाँ, q = वस्तु पर आवेश
n = इलेक्ट्रॉनों की संख्या
e = इलेक्ट्रॉन का आवेश
अन्य सूत्र—
q=it जहाँ, q = वस्तु पर आवेश
i = विद्युत धारा
t = विद्युत धारा प्रवाहित होने में लगा समय
आवेश का मात्रक – कूलाॅम
या
ऐम्पियर × सेकंड
विमीय सूत्र – [AT]
आवेश के प्रकार – आवेश दो प्रकार के होते हैं।
वैधुत आवेश के मूलभूत गुण:-
- आवेशों के बीच आकर्षण या प्रतिकर्षण वैद्युत बल लगता है।
- आवेश का संरक्षण- आवेश न तो उत्पन्न किया जा सकता है ना ही नष्ट किया जा सकता है बल्कि इसे एक वस्तु से दूसरी वस्तु पर स्थानांतरित किया जा सकता है अर्थात कुल आवेश नियत रहता है।
- आवेश पर वेग का प्रभाव- किसी वस्तु पर आवेश उसके विवेक पर निर्भर नहीं करता।
- आवेश का क्वांटीकरण- प्रकृति में प्रत्येक आवेशित वस्तु पर आवेश एक निश्चित न्यूनतम आवेश का पूर्ण गुणक होता है, जिसे मूल आवेश कहते हैं इस गुण को आवेश का क्वांटीकरण कहते हैं। q=±ne